Friday 27 December 2013

बेटे की लाश पर बाप ने लगाया बिस्तर, बहू बनाती रही नाजायज संबंध

PICS: बेटे की लाश पर बाप ने लगाया बिस्तर, बहू बनाती रही नाजायज संबंध
लखनऊ/रायबरेली. यदि आस-पास वहशी इंसान हो तो जिदंगी का कितना क्रूर रंग देखने को मिल सकता है, इसकी मिसाल पिछले दिनों रायबरेली से सामने आई। यहां एक बूढ़ा बाप 6 महीने तक अपने बेटे की लाश के ऊपर चारपाई डाले रातों को करवटें बदलता रहा।
 
इस बुजुर्ग और मजबूर इंसान को यह नहीं मालूम था कि जिस इकलौते बेटे को वह लापता मान रहा है वह उसकी तख्त के नीचे जमीन में गड़ा हुआ है। यही नहीं उस पिता की गैर मौजूदगी में उसके बेटे की हत्या करने वाले उसी तख़्त पर नाजायज संबंध बनाते रहे। जब बीती बरसात में घर में पानी भरा तो पूरा मामाल उजागर हुआ साथ ही सामने आई शर्मसार करने वाले रिश्ते और इंसानियत।
 
इस घटना की नींव पिछले साल फ़रवरी में पड़ी, जब रायबरेली के भदोखर थानाक्षेत्र के बेलहिया गांव के रहने वाले चन्द्रपाल यादव ने थाने में अपने 22 वर्षीय बेटे राम कुमार यादव की गुमशुदगी दर्ज कराई। वह 14 जनवरी 2013 से लापता है, जो काफी खोजबीन के बाद भी नहीं मिला। तत्कालीन थानाध्यक्ष ने एफआईआर नंबर-34 में गुमुशदुगी दर्ज कर राम कुमार को खोजने का प्रयास किया, लेकिन कुछ पता न चला।
 
बुजुर्ग दंपति चन्द्रपाल और उनकी पत्नी जनक दुलारी यादव अपने बुढापे के एक मात्र सहारा राम कुमार को खोजने के लिए जिले के एसपी राजेश कुमार पाण्डेय के सामने भी पेश हुए और अपनी आपबीती सुनाई। एसपी ने उनको विश्वास दिलाया कि जल्द ही उनके पुत्र को ढूंढ लिया जाएगा औए एसओ भदोखर को निर्देशित किया कि गुमशुदा राम कुमार को ढूंढने का हर सम्भव प्रयास करें। इसके साथ ही क्राइम ब्रांच की सर्विलांस सेल को भी थानाध्यक्ष भदोखर के साथ सहयोग करने के लिए कहा गया, लेकिन काफी कोशिशों के बावजूद भी उसका कुछ पता न चला।
 
अब यह मामला ब्लाइंड केस की तरह पुलिस के सामने चुनौती की तरह था, लेकिन बीती जून में जैसे भगवान ने चंद्रपाल की पुकार सुन ली। जून में बरसात होने के कारण चन्द्रपाल यादव का घर टपकने लगा और कमरे में जगह-जगह पानी भर गया। घर के अन्दर कमरे की कच्ची जमीन फूल गई, जिसे चन्द्रपाल ने फूली जमीन की गीली मिट्टी को फावड़े से साफ करना चाहा।
 
इसी दौरान उसे अपने ही कमरे में अपने एक शरीर के पांव के पंजे का कुछ हिस्सा दिखाई पड़ा थोड़ा और खोदने के बाद उसे एक शव मिला, जो लगभग कंकाल बन चुका था। चन्द्रपाल ने उस शव को पहचान लिया, वह उसके अपने लाडले राम कुमार का ही था। चंद्रपाल ने उसे अपने आस-पास के लोगों को इकठ्ठा कर पूरी बात बताई और एक एसपी रायबरेली राजेश कुमार पाण्डेय के पास पहुंचा और उन्हें इस घटना की जानकारी दी। उसने अपने जिस बेटे की गुमशुदगी दर्ज करवा उसे ढूंढने का प्रयास कर रहा था, उसकी लाश उसी कमरे में गड़ी हुई मिली है, जहां वह सोता है।
 
एसपी ने तत्काल पुलिस की एक टीम फॉरेंसिक टीम के साथ चन्द्रपाल के घर रवाना किया। जहां आगे खुदाई कर नर कंकाल को निकाला गया। वहीं उस गड्ढे में एक दुपट्टा भी मिला। नर कंकाल का पंचनामा भर कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार रामकुमार की गला दबा कर हत्या की गई थी।
 

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